दैनिक प्रार्थना

हमारे मन में सबके प्रति प्रेम, सहानुभूति, मित्रता और शांतिपूर्वक साथ रहने का भाव हो.

Tuesday, November 04, 2008

प्रतियोगिता

आज कल हिन्दी ब्लाग जगत में,
एक प्रतियोगिता चल रही है, 
प्रेम और नफरत में,
देखें कौन जीतता है?  

4 comments:

Unknown said...

दृष्टि का फ़र्क है साहब, मुझे लगता है कि प्रतियोगिता है सच और झूठ में, तथ्य और मिथ्या में, धर्म और अधर्म में… प्रेम और नफ़रत में नहीं

Anonymous said...

All arguments are right, what I assert is the dicussion any controversial matter should be done in comprehensive way, which is lacking here in Internet too. As every one will agree that only Internet is able to publish comprehensive matter. But the current scene is poeple say, just like other media, limited and one portion of the topic. So more and more Blogger should turn to the "SAID COMPETETION".

राज भाटिय़ा said...

जब तक राबण नही मरता तब तक तो झुठ ही जीतेगा, लेकिन चमकेगा सत्य.

Udan Tashtari said...

ड्रा हो जायेगा, ऐसा सुना है.