दैनिक प्रार्थना

हमारे मन में सबके प्रति प्रेम, सहानुभूति, मित्रता और शांतिपूर्वक साथ रहने का भाव हो.

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Tuesday, November 04, 2008

प्रतियोगिता

आज कल हिन्दी ब्लाग जगत में,
एक प्रतियोगिता चल रही है, 
प्रेम और नफरत में,
देखें कौन जीतता है?  

Monday, October 27, 2008

ऐसा क्यों होता है?

हम मानते कुछ हैं
कहते कुछ हैं
करते कुछ हैं. 

प्रेम भगवान् का एक रूप है,
प्रेम ही मानो,
प्रेम ही कहो,
प्रेम ही करो. 

प्रेम करो सबसे, 
नफरत न करो किसी से.