हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तार दे माँ
तू स्वर की देवी ये संगीत तुझसे,
हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम है अकेले, हम है अधूरे ,
तेरी शरण हम हमें प्यार दे माँ
मुनियों ने समझी, गुनियों ने जानी,
वेदों की भाषा, पुराणों की बानी
हम भी तो समझे, हम भी तो जाने,
विद्या का हमको अधिकार दे माँ
तू श्वेत वर्णी कमल पे विराजे,
हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजे
मनसे हमारे मिटाके अंधेरे,
हमको उजालों का संसार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ.
3 comments:
बहुत बढिया और वीडियो दिखाने केलिए आभार।
बहुत बढ़िया..आभार.
बहुत ही सुन्दर सुरेश जी .
धन्यवाद
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