मैं सुबह जिस पार्क में घूमने जाता हूँ वहां कुछ प्रेमी स्त्री पुरुष सत्संग करने आते हैं. नियमित रूप से यह सत्संग होता है. भजन गाये जाते हैं. एक स्वामी जी आते हैं, उनका प्रवचन होता है. अच्छा लगता है. लगभग ५० व्यक्ति होते हैं सत्संग में. आज सुबह कुछ अच्छा नहीं लगा. आज केवल १० लोग थे, ६ पुरुष, ४ स्त्रियाँ. दो दिन से कुछ बूंदा-बांदी हो रही है. क्या इस कारण से कम लोग आये? क्या बरसात में श्रद्धा कम हो जाती है?