दैनिक प्रार्थना

हमारे मन में सबके प्रति प्रेम, सहानुभूति, मित्रता और शांतिपूर्वक साथ रहने का भाव हो.

Sunday, March 01, 2009

कार्यछेत्र में आध्यात्मिकता

यह प्रेसेंटेशन मुझे एक मित्र ने दिया. सोचा आप सबके साथ बांटू.
Spirituality in the Work Place

2 comments:

Udan Tashtari said...

बहुत उम्दा!!

विष्णु बैरागी said...

अंग्रेजी का अल्‍पज्ञान बाधक बन गया। वैसे, समीरजी ने प्रमाणित किया है तो उम्‍दा ही होगा।